Crude oil पहली छमाही में डिमांड कम रहने की आशंका में लुढ़का, जानें OPEC का ओपिनियन
Crude oil: पेट्रोलियम एक्सपोर्ट्स देशों के प्रमुख संगठन ओपेक (OPEC) ने नए साल की पहली छमाही में क्रूड ऑयल की डिमांड कम रहने की आशंका जताई है.
बीते साल कच्चे तेल की कीमत साल 2019 के मुकाबले औसतन 20 प्रतिशत कम हो गई.(रॉयटर्स)
बीते साल कच्चे तेल की कीमत साल 2019 के मुकाबले औसतन 20 प्रतिशत कम हो गई.(रॉयटर्स)
Crude oil: कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी अभी टली नहीं है. इसलिए इसका असर भी नए साल में क्रूड ऑयल (Crude oil) में देखने को मिलने वाला है. ब्रिटेन में आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने पूरी दुनिया को अलर्ट कर दिया है. यही वजह है कि नए साल के पहले कारोबारी दिन क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) की कीमत धराशाई हो गई. पेट्रोलियम एक्सपोर्ट्स देशों के प्रमुख संगठन ओपेक (OPEC) ने नए साल की पहली छमाही में क्रूड ऑयल की डिमांड कम रहने की आशंका जताई है. इसका असर पहले ही दिन कच्चा तेल पर देखा गया. रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, ओपेक और बाकी उत्पादकों की फरवरी के लिए प्रोडक्शन लेवल पर मीटिंग से पहले तेल में नरमी देखी गई
क्रूड ऑयल का भाव Crude Oil Price
खबर के मुताबिक, मार्च के लिए ब्रेंट क्रूड 51.76 डॉलर प्रति बैरल, 4 सेंट या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 0038 GMT था, जबकि फरवरी के लिए यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 9 सेंट, या 0.2 प्रतिशत गिरकर 48.43 डॉलर प्रति बैरल था. पेट्रोलियम एक्सपोर्ट्स देशों के संगठन (ओपेक) के महासचिव मोहम्मद बरकिंडो ने कहा है कि इस साल कच्चे तेल की डिमांड में 5.9 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) से बढ़कर 95.9 मिलियन बीपीडी होने की उम्मीद है, लेकिन साल 2021 की पहली छमाही में डिमांड में भारी गिरावट का जोखिम भी है.
2020 में कच्चे तेल की कीमत 20 प्रतिशत रही कम Crude oil price reduced by 20 percent in 2020
बीते साल कच्चे तेल की कीमत साल 2019 के मुकाबले औसतन 20 प्रतिशत कम हो गई. इसके बाद भी हम ग्लोबल इकोनॉमिक स्लोडाउन से उबरने के लिए तेल की कीमतें कम कर दी. यहां तक कि दुनिया के प्रमुख उत्पादकों ने वर्ष के दौरान रिकॉर्ड उत्पादन कटौती पर सहमत भी हुए.
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(रॉयटर्स)
ओपेक ने लिया उत्पादन और समीक्षा का फैसला OPEC has decided to produce and review
ओपेक और उससे जुड़े उत्पादकों ने जनवरी में हर रोज 50000 बैरल प्रतिदिन उत्पादन बढ़ाने के लिए एक मीटिंग का फैसला किया और उत्पादन की समीक्षा करने के लिए हर महीने मिलने पर भी सहमति जताई. एनर्जी एस्पेक्ट्स और आरबीसी कैपिटल के विश्लेषकों ने कहा कि ओपेक फरवरी में जनवरी के उत्पादन लेवल को बनाए रखेगा. RBCCapital की हेलिमा क्रॉफ्ट ने कहा कि आने वाले समय में वैक्सीन के डेवलपमेंट के मुताबिक चीजें होंगी. संयुक्त राज्य अमेरिका में, कच्चे तेल का उत्पादन कमजोर कीमतों और कमजोर मांग के चलते कम रहा.
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11:50 AM IST